गौ सेवकों के अथक प्रयास से पहुंची एंबुलेंस – श्री हिंगलाज मां गौ चिकित्सालय, खेड़ा नाबरा में सेवा कार्य का ऐतिहासिक दिन

Suresh Nath
By -

 

स्थान: खेड़ा नाबरा - धरेश्वर महादेव, पाली

तिथि: 10 जून 2025

आज का दिन गौ सेवा और समाज सेवा की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि लेकर आया है। श्री हिंगलाज मां गौ चिकित्सालय, खेड़ा नाबरा के समर्पित गौ सेवकों का वर्षों से चला आ रहा सपना आज साकार हो गया। एक वर्ष पूर्व संकल्पित एक अत्यंत आवश्यक और पुनीत कार्य — गौ माताओं के लिए एंबुलेंस सेवा — आज संपन्न हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।

गौ सेवा के संकल्प की शुरुआत

करीब एक साल पहले भाई एसएस योगी और उनकी समर्पित टीम ने एक दृढ़ संकल्प लिया था — “जब तक गौ माता के लिए एंबुलेंस नहीं आती, तब तक जूते नहीं पहनूंगा।” यह सिर्फ एक वचन नहीं था, बल्कि गौ माता के प्रति उनकी निःस्वार्थ भक्ति और समर्पण का प्रतीक बन गया। इस प्रण के साथ उन्होंने गौवंश की रक्षा और सेवा के लिए एक एंबुलेंस सेवा शुरू करने की दिशा में कठिन प्रयास किए।

उनकी भावना सिर्फ एक वाहन तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसमें यह सोच भी शामिल थी कि सड़क दुर्घटनाओं में घायल गौ माता को समय पर चिकित्सा सुविधा मिल सके और उन्हें सुरक्षित गौशाला तक पहुँचाया जा सके।

एक वर्ष की मेहनत का फल – सेवा में समर्पित एंबुलेंस

आज वह शुभ दिन आया जब श्री हिंगलाज मां गौ चिकित्सालय के परिसर में धरेश्वर महादेव मंदिर के सामने गौ माता के लिए समर्पित एंबुलेंस को विधिवत पूजा अर्चना कर, तिलक कर, आम जन और ग्रामीणों की उपस्थिति में गौ सेवा को समर्पित किया गया।

पूरे ग्राम में आज उत्सव जैसा माहौल था। यह सिर्फ एक एंबुलेंस का आगमन नहीं था, बल्कि एक विचार, एक संकल्प और सच्ची समाजसेवा का साक्षात्कार था।

समाज के लिए प्रेरणास्रोत बने भाई एसएस योगी और टीम

भाई एसएस योगी न केवल इस सेवा कार्य के अगुवा रहे, बल्कि उन्होंने अपने त्याग और समर्पण से युवाओं के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया। एक साल तक बिना जूते पहने रहना, वह भी राजस्थान जैसे क्षेत्र में, जहां धूप और पथरीली ज़मीन आम बात है — यह अपने आप में एक तपस्या रही।

धरेश्वर महादेव मंदिर बना पुण्य का साक्षी

धरेश्वर महादेव मंदिर, जहां पर एंबुलेंस को पहली बार लाया गया, वह आज के दिन पुण्य भूमि बन गई। यहां पर ग्रामीणों और भक्तों ने मिलकर गौ माता की जयघोष करते हुए एंबुलेंस को तिलक लगाया और सेवा कार्य में समर्पित किया।

यह समारोह केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि समाज को यह संदेश देने वाला था कि जब सेवा में श्रद्धा और समर्पण होता है, तो कोई भी कार्य असंभव नहीं होता।

गौ माता के लिए अब राहत की नई उम्मीद

इस एंबुलेंस के आगमन के साथ अब क्षेत्र की घायल या बीमार गायों को तत्काल उपचार और सुरक्षित परिवहन की सुविधा मिल सकेगी। यह सेवा न केवल गायों के जीवन को बचाएगी, बल्कि लोगों में पशु सेवा और संवेदनशीलता की भावना को भी जाग्रत करेगी।

श्री हिंगलाज मां गौ चिकित्सालय अब और अधिक प्रभावी ढंग से अपने सेवा कार्यों को अंजाम दे सकेगा, जिससे पूरे क्षेत्र के गौसेवक और पशुप्रेमी लाभान्वित होंगे।

समाज को मिला एक नया उदाहरण

यह घटना समाज के उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई है जो समाजसेवा करना तो चाहते हैं लेकिन दिशा नहीं पाते। भाई एसएस योगी और उनकी टीम ने यह साबित कर दिया कि जब संकल्प सच्चा हो और प्रयास लगातार हों, तो कोई भी बाधा रास्ते का पत्थर नहीं बन सकती।

एसएस योगी और उनकी टीम का आभार

आज खेड़ा नाबरा में जो कार्य हुआ, वह केवल एक एंबुलेंस के आगमन का उत्सव नहीं था, बल्कि यह संकल्प, सेवा, श्रद्धा और सामूहिक प्रयास की जीत थी। यह दिन आने वाली पीढ़ियों को यह सिखाएगा कि “गौ माता केवल हमारी संस्कृति की पहचान नहीं हैं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी भी हैं।”

श्री हिंगलाज मां गौ चिकित्सालय और उसके समर्पित गौ सेवकों को हमारी ओर से इस अद्वितीय समाज सेवा कार्य के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। उनके प्रयासों से न केवल गौवंश को राहत मिली है, बल्कि पूरे समाज में सेवा की भावना भी मजबूत हुई है।

Tags: