मैं खुद किसान परिवार से हूं, किसानों का दर्द समझता हूं: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान
देहरादून, 6 जून 2025 — केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने डोईवाला ब्लॉक के पाववाला सौड़ा गांव में आयोजित ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत किसान चौपाल में किसानों से संवाद किया। मंत्री जी ने पारंपरिक चारपाई पर बैठकर किसानों की समस्याएं सुनीं और सरकार की योजनाओं की जानकारी दी।
जमीनी हकीकत जानने का सीधा संवाद
श्री चौहान ने कहा कि नीति निर्माण में जमीनी हकीकत का पता लगाना जरूरी है और इसके लिए सीधे किसानों से मिलकर बातचीत की जा रही है। किसानों की समस्याओं को सुनकर ही योजनाएं कारगर बनाई जा सकती हैं।
उत्तराखंड बनेगा बागवानी का राष्ट्रीय केंद्र
मंत्री जी ने घोषणा की कि उत्तराखंड को बागवानी हब के रूप में विकसित किया जाएगा। लीची, बासमती, कटहल और सब्जियों जैसी फसलों की गुणवत्ता विश्व स्तरीय है और इनका निर्यात संभव है।
किसानों की प्रमुख समस्याएं और समाधान
- उचित गुणवत्ता वाले बीज की समय पर उपलब्धता
- सिंचाई साधनों की कमी
- फसल बीमा में पारदर्शिता
- बाजार में सीधे पहुंच और उचित मूल्य
इन समस्याओं पर श्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि समाधान तुरंत और प्रभावी तरीके से हो।
प्राकृतिक खेती, तकनीक और जल संरक्षण पर जोर
सरकार प्राकृतिक खेती, तकनीकी नवाचार और जल संरक्षण पर विशेष बल दे रही है ताकि कृषि को टिकाऊ और लाभदायक बनाया जा सके।
“मां के नाम एक पेड़” अभियान के तहत पौधारोपण
श्री चौहान ने “मां के नाम एक पेड़” अभियान के तहत एक पौधा रोपकर पर्यावरण संरक्षण और भावनात्मक जुड़ाव का संदेश दिया।
राज्य सरकार के साथ सहयोग
राज्य के कृषि मंत्री श्री गणेश जोशी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे। श्री चौहान ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार के कार्यों की सराहना की।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच
मंत्री जी ने कहा कि किसानों की उपज को राष्ट्रीय और वैश्विक बाजार तक पहुंचाने के लिए सरकार कोल्ड स्टोरेज, डिजिटल मार्केट और निर्यात प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है।
“विकसित भारत” के लिए सशक्त किसान
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत विज़न में किसान की आय दोगुनी करना प्रमुख लक्ष्य है। मंत्री जी ने कहा, “किसान अगर आगे बढ़ेगा, तो भारत विकसित बनेगा।”
उत्तराखंड की भूमि से मिली ऊर्जा
अपने दौरे के अंत में श्री चौहान ने कहा कि उत्तराखंड की पवित्र भूमि पर आकर उन्हें नई ऊर्जा मिली है और यह अनुभव उनकी नीति निर्धारण यात्रा में महत्वपूर्ण रहेगा।
निष्कर्ष
श्री शिवराज सिंह चौहान का यह दौरा किसानों से जुड़ने का एक सशक्त प्रयास है। उनके शब्द, कार्य और संवाद ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कृषि और किसान केवल सरकारी एजेंडा नहीं, बल्कि देश की आत्मा हैं।
लेखक: VibeScripted Team | Website: www.vibescripted.xyz