भारत में फिर से कोरोना की दस्तक: एक हफ्ते में 787 नए मामले, 10 मौतें, 4 नए वैरिएंट की पहचान

Suresh Nath
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देश एक बार फिर कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते सतर्कता की स्थिति में आ गया है। जहां एक ओर पिछले कई महीनों से कोविड-19 लगभग थम गया था, वहीं अब फिर से नए वैरिएंट और बढ़ते केसों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।


पिछले एक हफ्ते में कोरोना की स्थिति

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक:

  • देशभर में 787 नए कोरोना पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं।

  • 10 मरीजों की मौत हुई है।

  • भारत में कुल एक्टिव केस 1045 हैं।

राज्यएक्टिव केसमौतें
केरल4302
महाराष्ट्र2105
दिल्ली1040
गुजरात830
कर्नाटक80 (73 बेंगलुरु में)1
राजस्थानकुछ जिले2
पश्चिम बंगालकुछ जिलेज्ञात नहीं

मौतों का विश्लेषण: सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य

महाराष्ट्र: 5 मौतें

  • ठाणे में 25 और 26 मई को दो लोगों की मौत हुई।

  • दोनों मरीज अस्पताल में भर्ती थे और पॉजिटिव पाए गए थे।

राजस्थान: 2 मौतें

  • जयपुर में एक रेलवे स्टेशन पर मृत पाए गए व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

  • दूसरा केस एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती 26 वर्षीय युवक का है, जिसे पहले से टीबी था।

कर्नाटक: 1 मौत

  • बेंगलुरु में 84 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई। कोविड रिपोर्ट मौत के बाद पॉजिटिव आई।

केरल और पश्चिम बंगाल में भी मौतें रिपोर्ट की गई हैं।


चार नए कोविड वैरिएंट की पहचान

ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि देश में चार नए वैरिएंट पाए गए हैं:

  1. LF.7

  2. XFG

  3. JN.1

  4. NB.1.8.1

इनमें से खासकर JN.1 और NB.1.8.1 को लेकर ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है।


क्या है JN.1 वैरिएंट?

  • JN.1, ओमिक्रॉन के BA.2.86 का एक स्ट्रेन है।

  • इसमें लगभग 30 म्यूटेशंस पाए गए हैं।

  • यह शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर करता है।

  • सबसे पहले अगस्त 2023 में देखा गया था, और दिसंबर 2023 में WHO ने इसे Variant of Interest घोषित किया।

🔍 JN.1 के लक्षण:

  • बुखार

  • गला दर्द

  • खांसी

  • थकान

  • लंबे समय तक चलने वाले लक्षण (Long COVID)


NB.1.8.1 वैरिएंट: तेजी से फैलने वाला स्ट्रेन

इस वैरिएंट में A435S, V445H, और T478I जैसे म्यूटेशन पाए गए हैं, जो इसे अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक बनाते हैं।

  • यह वैरिएंट वैक्सीन द्वारा बनी इम्यूनिटी को मात दे सकता है।

  • WHO ने इसे फिलहाल "निगरानी में रखा गया वैरिएंट" कहा है, न कि चिंताजनक।


क्या कहता है WHO?

  • WHO के अनुसार अभी तक कोई "वैरिएंट ऑफ कंसर्न" नहीं है।

  • लेकिन कोरोना की निगरानी जारी रखनी जरूरी है।

  • मास्क पहनना, भीड़ से बचना, और वैक्सीनेशन की जांच अब भी जरूरी है।


ICMR और स्वास्थ्य मंत्रालय की सिफारिशें

  • लोगों से अपील की गई है कि सर्दी-खांसी या बुखार जैसे लक्षण हों तो तुरंत टेस्ट कराएं।

  • बुजुर्ग, बच्चों, और पहले से बीमार लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।

  • वैक्सीनेशन के बूस्टर डोज जल्द से जल्द लगवाएं।


कोविड की वापसी: हमें क्या करना चाहिए?

✅ सावधानी के उपाय:

  • सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें

  • नियमित रूप से हाथ धोएं और सेनिटाइजर का प्रयोग करें

  • अगर आप बीमार हैं तो घर पर रहें और डॉक्टर से संपर्क करें

  • टीकाकरण की स्थिति की जांच करें और बूस्टर डोज लें

  • सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें


क्या फिर से लॉकडाउन का खतरा है?

फिलहाल ऐसा कोई संकेत नहीं है कि भारत में फिर से लॉकडाउन लगाया जाएगा। लेकिन अगर केस तेजी से बढ़ते हैं और वैरिएंट खतरनाक रूप लेते हैं, तो राज्य सरकारें माइक्रो कंटेनमेंट जोन और पाबंदियां लगा सकती हैं।


निष्कर्ष: अलर्ट रहें, घबराएं नहीं

भारत में कोरोना फिर से सर उठा रहा है, लेकिन अभी स्थिति नियंत्रण में है। जनता से यही अपील है कि:

  • सतर्क रहें

  • जागरूक रहें

  • सरकार और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करें

कोविड से लड़ाई अब भी जारी है, और हम सबकी जागरूकता ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है।


Source : स्वास्थ्य एवं परिवार  कल्याण मंत्रालय, ICMR (Indian Council of Medical Research), WHO (World Health Organization)


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